भारत में कितने प्रकार के गेहूं पाया जाता है?
भारत में कई प्रकार के गेहूं पाए जाते हैं। इनमें से कुछ मुख्य गेहूं प्रजातियाँ निम्नलिखित हैं:
1. शरबती गेहूं: यह गेहूं खासकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में उगाई जाती है। इसकी खुशबूदार महक और मुलायम दाने के लिए प्रसिद्ध है।
2. लोधी गेहूं: यह गेहूं खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार में उगाई जाती है और इसकी फसल मुख्य रूप से खरीफ मौसम में उगती है।
3. सुबीना गेहूं: यह गेहूं खासकर हरियाणा और पंजाब में उगाई जाती है। इसकी फसल अक्टूबर से नवंबर के महीनों में उगती है।
4. मालवा गेहूं: यह गेहूं मुख्य रूप से मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में उगाई जाती है। इसकी फसल रबी मौसम में उगती है।
5. गेहूंज गेहूं: यह गेहूं खासकर पूर्वी भारत में उगाई जाती है। इसकी फसल अगस्त से सितंबर के महीनों में उगती है।
इनके अलावा भी भारत में हैं
गेहूं की फसल कितने दिन में होती है?
गेहूं की फसल किसी भी विशेष समय सीमा में नहीं होती है। यह फसल विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग समय पर उगाई जाती है, इसलिए इसका सटीक उत्तर नहीं हो सकता।
असामान्य तौर पर, गेहूं की फसल को उगाने में लगभग 100-120 दिन का समय लगता है, लेकिन इस समय का भी स्थान-स्थान पर अंतर हो सकता है। इसके अलावा, फसल के उगाने में मौसम, मिट्टी की गुणवत्ता, प्रयोग किए जाने वाले उर्वरक आदि का भी प्रभाव होता है।
सबसे महंगा गेहूं कौन देता है?
विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में कई प्रकार के गेहूं उगाए जाते हैं जो मूल्यवान हो सकते हैं। गेहूं की मूल्यवानता कई तत्वों पर निर्भर करती है जैसे कि फसल की उपज, उसकी गुणवत्ता, उत्पाद की मांग और आपूर्ति आदि।
इसलिए, सबसे महंगा गेहूं देने वाले देश या क्षेत्र वर्ष के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।
हालांकि, वर्तमान में, विश्व में सबसे महंगा गेहूं का विपणीय मूल्य सैकड़ों डॉलर प्रति मीट्रिक टन होता है। इसमें अमेरिका, कनाडा, और यूरोपीय संघ के कुछ राज्य शामिल हैं जो अपनी उत्पादन विधियों और गुणवत्ता के कारण महंगे गेहूं उत्पादन करते हैं।