-----साइबर अटैक क्या है?
साइबर अटैक एक इंटरनेट या कंप्यूटर नेटवर्क पर अनाधिकृत या अवैध गतिविधियों का एक प्रकार है। यह अपराध कई रूपों में हो सकता है, जैसे कि हैकिंग, वायरस, फिशिंग, फ्रॉड और अन्य अपराधों को शामिल करता है।
इन अपराधों का उद्देश्य साइबर अपराधी को कंप्यूटर नेटवर्क में संगठित होने की अनुमति देना होता है, जिससे उन्हें निजी और वित्तीय जानकारी जैसे बैंक खातों, क्रेडिट कार्ड और संबंधित सूचनाओं तक पहुंच मिलता है।
साइबर अटैक निरोधक तंत्रों, आतंकवाद, जासूसी और इतिहास द्वारा निर्देशित भारतीय रक्षा तंत्र के लिए भी खतरे का विषय हो सकता है। इसलिए, सुरक्षा एवं साइबर सुरक्षा पर ध्यान देना बहुत महत्वपूर्ण है।
-------साइबर अटैक के प्रकार कौन-कौन से हैं?
कुछ सामान्य साइबर अटैक के प्रकार हैं जो निम्नलिखित हैं:
1. हैकिंग: इसमें एक हैकर कंप्यूटर या नेटवर्क में अनाधिकृत रूप से पहुंच प्राप्त करता है और साइबर अपराध करता है।
2. वायरस या मैलवेयर: इसमें अनुमतियों के बिना एक कंप्यूटर में कंप्यूटर प्रोग्राम जोड़ा जाता है, जो कंप्यूटर और नेटवर्क पर असामान्य गतिविधि का कारण बन सकता है।
3. डेनियल ऑफ सर्विस (DoS) और डेनियल ऑफ सर्विस अटैक (DDoS): इसमें सेवा या नेटवर्क प्रदाता के द्वारा संचालित सेवाओं को अस्थायी रूप से उपलब्ध नहीं कराने का प्रयास किया जाता है।
4 फिशिंग: इसमें अपराधी विनम्रता के नाम पर असामान्य वेबसाइट या ईमेल के माध्यम से विवेकपूर्ण या निजी जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करता है।
5. फ्रॉड: इसमें अपराधी झूठे या असामान्य वेबसाइटों का उपयोग करके विनम्रता के नाम पर वित्तीय या निजी जानकारी चुराता है।
5. रैंसमवेयर: इसमें अपर
------साइबर अटैक को रोकने के उपाय?
साइबर अटैक से बचाव के कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:
1. सुरक्षा सॉफ्टवेयर: एंटीवायरस, फायरवॉल और अन्य सुरक्षा सॉफ्टवेयर साइबर अपराधों से बचने में मदद कर सकते हैं।
2. संज्ञाना की जांच: एक उच्च स्तर की संज्ञाना और जांच साइबर अपराधों की पहचान करने में मदद कर सकती है।
3. सुरक्षित नेटवर्क: सुरक्षित नेटवर्क जारी रखना, साइबर अपराधों से बचाव करने में मदद करता है।
4. सतर्कता: साइबर अपराधों से बचने के लिए सतर्क रहना बहुत महत्वपूर्ण है। आपको संदेहजनक ईमेल या वेबसाइटों से दूर रहना चाहिए।
5. निजी जानकारी की सुरक्षा: निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षित पासवर्ड, दो चरणीय प्रमाणीकरण और अन्य सुरक्षा के उपायों का उपयोग करना चाहिए।
6. नैतिक उत्तरदायित्व: साइबर अपराधों से बचने के लिए नैतिक उत्तरदायित्व हमेशा अच्छा होता है। आपको किसी अन्य व्यक्ति या संगठन के निजी जानकारी का
------साइबरसिक्योरिटी को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रयास?
भारत सरकार ने अपने साइबरसिक्योरिटी को बढ़ावा देने के लिए कई पहलुओं की शुरुआत की है। निम्नलिखित हैं कुछ मुख्य पहलुओं की जानकारी:
1. साइबर सुरक्षा संरचना: भारत सरकार ने साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए साइबर सुरक्षा संरचना की स्थापना की है। इस संरचना के तहत, अलग-अलग विभागों के बीच संचार को बढ़ावा दिया जाएगा और सुरक्षा के लिए नीतियों का निर्माण किया जाएगा।
2. साइबर सुरक्षा केंद्र: भारत सरकार ने साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए साइबर सुरक्षा केंद्र (National Cyber Security Centre) की स्थापना की है। इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य साइबरसिक्योरिटी सम्बन्धित जानकारी को संग्रहित करना और साइबर अपराधों के खिलाफ कार्रवाई करना है।
3. सुरक्षा सॉफ्टवेयर: भारत सरकार ने सुरक्षा सॉफ्टवेयर जैसे एंटीवायरस और फायरवॉल आदि का उपयोग करने के लिए अपनी संरचना को मजबूत किया है।
4. साइबर जागरूकता: भारत सरकार ने साइबर जागरूकता के लिए कॉलेज यूनिवर्सिटी बा ग्राम पंचायत में सिविल लगाते हैं
----साइबर सुरक्षा के उपाय कौन कौन से हैं?
कृपया निम्नलिखित से सावधान रहें :
1. दो कारक प्रमाणीकरण वाला अकाउंट चुनें
2. एक मजबूत पासवर्ड बनाएं
3. अपने कंप्यूटर को सुरक्षित और इसे अद्यतन रखें
4. ईमेल के माध्यम से क्लिक करने से बचें
5. सुरक्षित लोकेशन से ही अपने अकाउंट को एक्सैस करे
6. जब आपका कार्य हो जाए तो हमेशा लॉग आउट करें
7. अकाउंट नोटिफ़िकेशन को सेट करें (यदि उपलब्ध हो)
Photo created by google
Thanks❤🌹🙏 for watching
Fellow me my page❤❤