एमपी और सीबीएसई: अंतर हैं।
एमपी बोर्ड ओर सीबीएसई बोर्ड में क्या अंतर है इन हिंदी
एमपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड दोनों ही भारत में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बोर्ड हैं।
मध्य प्रदेश बोर्ड शिक्षा मंडल (MPBSE) एक सरकारी बोर्ड है जो मध्य प्रदेश में स्थानिक स्तर की शिक्षा प्रदान करता है। इस बोर्ड की मुख्य उपलब्धियों में से एक यह है कि यह राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों में महत्वपूर्ण रूप से उपयोग की जाती है।
सीबीएसई बोर्ड (CBSE) भारत का सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय शैक्षणिक बोर्ड है। यह एक स्वायत्त संस्थान है जो पूरे भारत में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के लिए सामान्य पाठ्यक्रम तैयार करता है। सीबीएसई बोर्ड की मुख्य उपलब्धियों में से एक यह है कि यह विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों को उनकी शैक्षणिक जरूरतों के अनुसार समर्थन प्रदान करता है।
एमपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड में कुछ मुख्य अंतर हैं, जैसे कि पाठ्यक्रम, परीक्षा पैटर्नएमपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड में सबसे ज्यादा वैल्यू किस बोर्ड की होती है इन हिंदी
एमपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड दोनों में से कौन सा बोर्ड सबसे अधिक वैल्यू वाला है, इसका निर्णय व्यक्तिगत आवश्यकताओं और उद्देश्यों पर निर्भर करता है।
अधिकांश उद्योगों और संस्थाओं में, सीबीएसई बोर्ड से पास होने वाले छात्रों की गुणवत्ता और उनकी शैक्षणिक योग्यता को अधिक महत्व दिया जाता है। ऐसे में, सीबीएसई बोर्ड के छात्रों को अधिक अवसरों के साथ स्कूल और कॉलेज में प्रवेश मिलता है।
वहीं, एमपी बोर्ड का पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न राज्य के विद्यार्थियों के लिए उचित होता है। इसलिए, इस बोर्ड से पास होने वाले छात्रों को राज्य स्तर पर शैक्षणिक उच्चतम अवसरों में प्रवेश मिलता है।
इसलिए, अंतिम निर्णय आपके उद्देश्य और आवश्यकताओं पर निर्भर करता है कि एमपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड में से कौन सा बोर्ड आपके लिए अधिक वैल्यू वाला होगा।
----- सबसे ज्यादा टॉप कौन से बोर्ड के लड़के करती हैं एमपी बोर्ड या सीबीएसई बोर्ड ?
एमपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड दोनों के पास अपने-अपने पैटर्न और स्कोरिंग सिस्टम होते हैं, जिसके आधार पर उनके छात्रों को रैंकिंग दी जाती है।
हालांकि, यह गलत होगा कि हम किसी एक बोर्ड को सबसे अधिक टॉप करने वाले बोर्ड के रूप में नामित करें। क्योंकि यह बोर्ड के छात्रों की प्रतिस्पर्धा और उनके स्कोर पर निर्भर करता है, जो स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के अलग-अलग नियमों के अनुसार भिन्न होते हैं।
इसलिए, हम कह सकते हैं कि दोनों बोर्ड के छात्र निर्भर करते हैं जिस विश्वविद्यालय या संस्थान
----गवर्नमेंट स्कूलों में सीबीएसई कोर्स क्यों नहीं पढ़ाया जाता?
भारत में सीबीएसई (CBSE) एक केंद्रीय बोर्ड है जो कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित होता है। सीबीएसई ने अपनी खुद की शिक्षा पद्धति तैयार की है और यह पूरे देश में विभिन्न स्कूलों में प्रदान की जाती है। लेकिन यह सभी सरकारी स्कूलों में उपलब्ध नहीं है।
सामान्यतः, गवर्नमेंट स्कूलों में राज्य शैक्षणिक बोर्डों जैसे राज्य बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (State Board of Secondary Education) या माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Board of Secondary Education) द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है। यह राज्य सरकार के अधीन होते हैं और उन्होंने अपनी शिक्षा पद्धति तैयार की होती है।
इसलिए, गवर्नमेंट स्कूलों में सीबीएसई कोर्स पढ़ाया जाना संभव नहीं है क्योंकि सीबीएसई एक केंद्र सरकार द्वारा संचालित होने के कारण इसे राज्य सरकारों के स्कूलों में पढ़ाना मुश्किल होता है। इसके अलावा, राज्य सरकार अपनी स्वयं की शैक्षणिक व्यवस्था को बढ़ावा देना
YouTube channel link- https://www.youtube.com/@1stguide
Fellow me my page and new🆕📪 post