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ऑप्शन चार्ट कैसे देखें?
ऑप्शन डे ट्रेडिंग में ऑप्शन चार्ट को कैसे देखते हैं क्या-क्या देखना चाहिए ऑप्शन चार्ट में?
1. उतार-चढ़ाव: उतार-चढ़ाव आपको बताता है कि शेयर की कीमत अपने समय के अधीन कैसे बदलती है। जो शेयर उतार-चढ़ाव का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करता है, उसमें आपको निवेश करना चाहिए।
2. समय-काल: समय-काल बताता है कि ऑप्शन के एक्सपायरी के समय तक बदलाव कितना हो सकता है। एक्सपायरी के नजदीक जाने पर समय-काल ज्यादा होता है।
3. वोलेटिलिटी: ऑप्शन चार्ट में वोलेटिलिटी आपको बताती है कि शेयर की कीमत कितना वोलेटिल है। वोलेटिलिटी का पता लगाने के बाद, आप उस ऑप्शन को खरीद सकते हैं जो सबसे ज्यादा वोलेटिल है।
4. ओपन इंटरेस्ट: ओपन इंटरेस्ट आपको बताता है कि अभी तक कितन
ऑप्शन चैन में क्या-क्या देखना चाहिए ताकि प्रॉफिट हो?
एक्सपायरी डेट के पहले प्रोडक्ट को सेल कर सकते हैं या नहीं?
हाँ, एक्सपायरी डेट से पहले प्रोडक्ट को सेल करना संभव है। इसे "एग्जिट" कहते हैं जब आप एक पोजीशन को बंद करते हैं तो यह एक्सिट कहलाता है।
ऑप्शन ट्रेडिंग में, एक्सपायरी डेट के पहले प्रोडक्ट को बेचने का विकल्प उपलब्ध होता है। इसका मतलब है कि आप एक लॉसिंग पोजीशन में होने पर भी पैसे बचा सकते हैं। इसके लिए, आपको एक्सपायरी डेट से पहले या पोजीशन लेने के बाद भी किसी भी समय में अपनी पोजीशन को एग्जिट करने का अधिकार होता है।
यह एक बढ़िया विकल्प है जो आपको ट्रेडिंग से जुड़ी समस्याओं से बचाने में मदद कर सकता है। लेकिन, इसे स्पष्ट रूप से समझें कि जब आप एक पोजीशन को बंद करते हैं, तो आपका मुनाफ़ा या नुकसान उस समय तक ही अंतिम हो जाएगा जब आप उस पोजीशन को बंद